Uttarakhand CM : PUSHKAR SINGH DHAMI is new Chief Minister of Uttarakhand after Tirath singh rawat

Image
PUSHKAR SINGH DHAM I is chosen as 10th chief minister of Uttarakhand after Tirath singh rawat resigned from his post. Nearly a constitutional crisis has come, The way CMs are changing and has led to instability in Uttarakhand. WHO IS PUSHKAR SINGH DHAMI? Dhami is an Indian politician and member of Uttarakhand legislative assembly from khatima constituency from udham singh nagar district. ACHIEVEMENTS OF PUSHKAR DHAMI  :  Dhami has served as President of bjp youth wing BYJM and is quite popular among youths. He also worked in AKHIL BHARATIYA VIDYARTHI PARISHAD Today, early morning BJP held a meeting and decided to replace Tirath singh rawat with Pushkar singh dhami and led to stability in Uttarakhand. Though election has almost approached the uttarakhand and expected to be in first half of 2022.

विज्ञापन

                          विज्ञापन
                               ~साएमा परवीन


 विज्ञापन से आशय ऐसे दृश्य  , लिखित व मौखिक संदेशों से है जो जनता को प्रयोग करने के लिए प्रेरित करने हेतु पत्र -  पत्रिका और रेडियो ,  टेलीविज़न , ट्रक, बस  , रेलगाड़ी व अन्य साधनों द्वारा सामान्य जनता तक पहुंचाए जाते हैं ।


 विज्ञापन शब्द को दिमाग में रखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि जो दिखता है वही बिकता है जो चीज विज्ञापन में उनके द्वारा दिखाई जाती है उसके ज्यादा द बिकने की भी संभावना होती है ।


 विज्ञापन लोगों को  उत्पादो ,  मुद्दों और अधिक के बारे में जागरूक करने का अच्छा तरीका है  ।
जैसे उदाहरण के तौर :  पर हाल ही के हैंड वॉश  डेटॉल और लाइफबॉय के विज्ञापन में अंत में यह जोड़ दिया गया है कि कोरोनावायरस से बचने के लिए लाइव बाय से हाथ धोएं ,  इसके कारण लोगों को लगेगा कि कोरोनावायरस लाइव बॉय से भाग जाएगा और लोग इसे खरीद लेंगे जिसके कारण उन्हें लाभ होगा ।

 हर विज्ञापनदाता उपभोक्ता को यह समझाने की कोशिश करता है कि एक उत्पाद आपके जीवन को 5 गुना बेहतर बना देगा और जब तक आप ही है उत्पाद नहीं खरीदेंगे उनका जीवन बेहतर नहीं होगा ।
 उदाहरण के लिए :  एलआईसी बीमा (LIC) जिसकी टैगलाइन है  : जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी

इस टैगलाइन  ने अभिभावकों को लुभाने का काम किया है कुछ विज्ञापनों का उदाहरण जिन्होंने समाज पर गहरा प्रभाव डालते   हुए अपने आप को प्रसिद्ध किया  और उनके उत्पाद बढ़ गई  । 
जैसे  : अप्सरा पेंसिल ,  अप्सरा पेंसिल एक छोटा सा उदाहरण जिस पर लोगों की नजर भी नहीं गई होंगी ।इसके विज्ञापन द्वारा समझाया गया है कि इस पेंसिल को यदि कोई खरीदेगा तो उसके परीक्षा में अच्छे अंक आएंगे इस किि पेंसिल की वजह से लोगों को एक्सट्रामार्क्स मिलते हैं और राइटिंग भी अच्छी होती है  । 

इसकी टैगलाइन है  : एक्स्ट्रा मार्क्स फॉर गुड हैंडराईटिंग 


इन सबके अलावा भी जब बात नहीं बनी तो विज्ञापन दाताओं ने लोगों के भाव से खेलना चाहा उदाहरण के लिए बूस्ट एनर्जी ड्रिंक(boost energy drink) सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के तो सभी फैन होंगे और इसी चीज का फायदा उठाकर विज्ञापन में सचिन तेंदुलकर से बुलवाया गया कि बूस्ट इज़  द सीक्रेट ऑफ माय एनर्जी(boost is the secret of my energy) जिससे लगता है कि सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली इतना अच्छा खेल रहे हैं तो इसका कारण बूस्ट है जिसके कारण इनकी खरीद बढ़ेगी ।

 ऐसे ही कई बड़े कलाकारों को अपने विज्ञापन में काम करवाना और यह दिखलाना कि उनका उत्पाद सबसे अच्छा है ऐसे लोग जो इन कलाकारों से प्रभावित होते हैं और खरीद लेते हैं और यहीं पर विज्ञापनदाता सफल हो जाते हैं । 

ऐसे विज्ञापन विज्ञापन के द्वारा समाज में शिक्षा देकर लोगों का दिल जीत लेते हैं
 जैसे : सर्फ एक्सेल , सर्फ एक्सेल कभी भी समाज में अपने विज्ञापनों से शिक्षा देने से पीछे नहीं हटा
 जैसे  : होली के समय एक विज्ञापन प्रकाशित किया गया जिसमें दो धर्मों के मिलन को दिखाया  गया ।


अब बात करते विज्ञापन द्वारा लाभ हानि और समाज पर इसके प्रभाव :

 विज्ञापन के लाभ

1. विज्ञापन दाताओं का मकसद होता है अपने अनूठे विज्ञापनों से लाभ कमाना और बाजार में खरीद बढ़ने पर मैं सफल भी हो जाते हैं  ।

2.बाजार में बड़े प्रतियोगिताओं में दूसरों को मात देना जिसकी वजह से लोग अपने विज्ञापन में बड़े-बड़े कलाकारों को ला रहे हैं ।

3. ज्यादा विज्ञापन मतलब ज़्यादा  खरीद और बाजार में ज्यादा खरीद होगी तो मतलब प्रसिद्धि भी ज्यादा मिलेगी।


 विज्ञापन के हानि 

1.ना चाहते हुए विज्ञापन से प्रभावित होकर सामान खरीद लेना ।

2. विज्ञापन में अतिशयोक्ति करके उत्पाद बढ़ाना परंतु कभी-कभी सामान अच्छा नहीं निकलता या वैसे नहीं होता जैसे विज्ञापन में दिखाया जाता है ।

3. विज्ञापन द्वारा लोगों को गुमराह किया जाता है ।



 विज्ञापन से समाज पर प्रभाव
1. विज्ञापन समाज में जागरूकता पैदा करते हैं ।

2. विज्ञापन आपको खुशी का वादा करते हैं बशर्ते कि आप बदले में पैसा खर्च करें
 उदाहरण  : फेयरनेस क्रीम्स जैसे फेयर एंड लवली जो वादा करते हैं आप अपने विज्ञापन में कि यह आपकी त्वचा को गोरा करेगा परंतु इसके बदले में परिणाम कुछ और ही आता है ।

 अतः जैसा कि आप देख सकते समाज पर विज्ञापन के बुरे या  नकारात्मक प्रभाव बहुत अधिक है इसके बाद हमें करना यह है कि किसी भी विज्ञापन को देखकर बिना सोचे समझे ही नहीं खरीदना बल्कि उसकी तह तक जाना है और देखना है कि विज्ञापन और उत्पाद जैसे सच में एक जैसे है या अतिशयोक्ति ।

Comments

  1. Great content 👍but I want to know your point of view that how an advertisement should be?

    ReplyDelete
    Replies
    1. In short.... advertisements should not make people fool . That's it

      Delete

Post a Comment

Popular posts from this blog

kabul school attack : why attack and what can be done now?

Indian peasant leader and RTI activist AKHIL GOGOI got discharged from jail

CAB

cancer

review of book 12th fail

Trans-fat and Government!!!!

Uttarakhand CM : PUSHKAR SINGH DHAMI is new Chief Minister of Uttarakhand after Tirath singh rawat

Why India failed to overcome corona virus?

Gujarat launched second round of vaccination

DETENTION CENTRES