रोटियां उन्हीं की थालियों से कूड़े तक जाती हैं ,
जिन्हें पता नहीं होता भूख क्या होती है।
2017 में नेशनल हेल्थ सर्वे (NHS) की रिपोर्ट में देश में 19 करोड़ लोग हर रात खाली पेट सोने को मजबूर हैं।
सबसे खतरनाक आंकड़ा यह सामने आया है कि हमारे देश में हर साल पांच साल से कम उम्र के लगभग 4500 बच्चों की मौत भूख और कुपोषण से होती है। हर साल यह आंकड़ा तीन लाख से ज्यादा पहुंच रहा है।
💠खाने की बर्बादी का आंकड़ा
🔻बात की जाए भारत में खाने के बर्बादी की तो आंकड़ा 35% से बढ़कर 41% हो गया है।
मज़े की बात तो यह है कि भारत में जितना खाना बर्बाद होता है उतना यूनाइटेड किंगडम(UK) में खाया जाता है। और अगर इन आंकड़ों को पैसे से जोड़ा जाए तो 1 साल में 50000 करोड़ का खाना बर्बाद हो रहा है।
🔻 नई जानकारी के मुताबिक भारत में कुल 1 तिहाई खाना बर्बाद हो रहा है। गरीब खेत में, अमीर प्लेट में खाना बर्बाद कर रहे हैं। जहां आधे से ज्यादा लोग भुखमरी से मर रहे हैं दूसरी तरफ इतना खाना बर्बाद किया जा रहा है।
💠आखिर खाना बर्बाद होता क्यो है?
🔸शादियो/पार्टियो में खाना बर्बाद:
ऐसा माना गया है कि शादियों एवं पार्टियों में ज्यादा से ज्यादा खाने की बर्बादी हो रही है। लोग अपनी प्लेट में अपनी इच्छा से ज्यादा ले लेते हैं और अंत में खाने को छोड़कर उसे बर्बाद कर देते हैं। जबकि होना ये चाहिए कि थोड़ा सा खाना ले और फिर अगर आपको ज़्यादा खाने की इच्छा है तो और ले सकते हैं।
🔹किसान को उसकी उपज का उचित पैसा न मिलना:
किसान को अपनी उपज का उचित दाम नहीं मिलने पर वह अपने अन्न को नहीं बेचता। जिसकी वजह से उसके पास रखे रखे खराब हो जाता है। बाजार में पहुंचने से पहले उसकी उपज खराब हो रही है क्योंकि किसान के पास उसे रखने के लिए उचित जगह नहीं है और सरकार उसे उसकी मेहनताना देना नहीं चाहती।
🔸ज़रूरत के अनुसार समान ख़रीदे:
कई बार लोग अपने घर में ज्यादा सामान ले आते हैं जिसका प्रयोग कम ही हो पाता है।मजबूरन उन्हें वह खाना फेंकना पड़ता है।
💠भारत और अमेरिका में खाने की बर्बादी
अमेरिका में हर साल कचरे की मात्रा का 29% खाद बनाया जाता है जिसकी वजह से खाने की बर्बादी होने के बावजूद उनका ज्यादा नुकसान नहीं हो पाता। और उन्हें अपने कम बर्बाद हुए खाने से भी खाद मिल जाता है जिसकी वजह से उन्हें नुकसान होने के बावजूद भी मुनाफा होता है। इसी तरह के समाधान इस परेशानी से निजात दिलवाने में सहायता करेंगे।
इंसान जब भी कुछ बदलना चाहता है बड़े कदम सोचता है।छोटे छोटे कदम उसे बड़े बदलाव दे सकते हैं। छोटी-छोटी शुरुआत होनी चाहिए जैसे कि:
💠खाने की बर्बादी का समाधान:
🔸खाना उतना ही ले जता पूरा खा सके। घर में हो चाहे पार्टियों में। और अगर आप इतना करने के बावजूद भी आपके पास खाना बच जाए तो उसे किसी जरूरतमंद को दे दें ताकि आपका जो बचा हुआ खाना है वह बर्बाद न जाए। और किसी ऐसे इंसान को मिल जाए जिसे उसकी जरूरत थी।
🔹 सरकार को किसानों से सारे अनाज खरीदने का कोई उपाय निकालना चाहिए। जिसकी वजह से किसानों को उसकी अनाज का उचित पैसा मिले। और अनाज कम खराब हो।
🔸लोगों को ज्यादा फल सब्जियां नहीं खरीदनी चाहिए लोगों को इतनी ही सब्जी और फल खरीदने चाहिए जितना उसके घर में इस्तेमाल हो और बाकी फालतू में न बचे।
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